पल-पल उस अतीत की यादें, सोई जगती रहती है। जब कभी सखियों में उसकी, चर्चा मेरी होती है पल-पल उस अतीत की यादें, सोई जगती रहती है। जब कभी सखियों में उसकी, चर्चा...
मैं तो दासी हूं उस कृष्ण कन्हैया की, जिसने कनुप्रिया के प्रेम को अपनाया है।। मैं तो दासी हूं उस कृष्ण कन्हैया की, जिसने कनुप्रिया के प्रेम को अपनाय...
रिश्तों की है यही धरोहर फिर क्यूं मुझको भूल गए तुम। रिश्तों की है यही धरोहर फिर क्यूं मुझको भूल गए तुम।
इस बार जो आऊंगा सिंदूर बन माथे पर सज जाऊंगा। इस बार जो आऊंगा सिंदूर बन माथे पर सज जाऊंगा।
मदिरा अब प्यारी नज़र आने लगी मौत तो अब दुल्हन नज़र आती है। मदिरा अब प्यारी नज़र आने लगी मौत तो अब दुल्हन नज़र आती है।
भाग कर जाना चाहती हूँ, लिपट कर सारी दूरियाँ , मिटा देना चाहती हूँ, जो इतने दिनों से भाग कर जाना चाहती हूँ, लिपट कर सारी दूरियाँ , मिटा देना चाहती हूँ, जो ...